Sri Guru Granth Sahib Ji Arth Ang 44 post 7
ਮੇਰੇ ਮਨ ਏਕਸ ਸਿਉ ਚਿਤੁ ਲਾਇ ॥
Maerae Man Eaekas Sio Chith Laae ||
मेरे मन एकस सिउ चितु लाइ ॥
O my mind, focus your consciousness on the One.
ਏਕਸ ਬਿਨੁ ਸਭ ਧੰਧੁ ਹੈ ਸਭ ਮਿਥਿਆ ਮੋਹੁ ਮਾਇ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥
Eaekas Bin Sabh Dhhandhh Hai Sabh Mithhiaa Mohu Maae ||1|| Rehaao ||
एकस बिनु सभ धंधु है सभ मिथिआ मोहु माइ ॥१॥ रहाउ ॥
Without the One, all entanglements are worthless; emotional attachment to Maya is totally false. ||1||Pause||
ਸਿਰੀਰਾਗੁ (ਮਃ ੫) (੭੬) ੧:੨ – ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ : ਅੰਗ ੪੪ ਪੰ. ੬
Sri Raag Guru Arjan Dev